Friday, May 26, 2023

क्यों नहीं

चलो आज कुछ बात कर ले,
मेरे हिस्से में इंतजार क्यों है,
मेरे हिस्से में प्राथमिकता क्यों है,
मेरे हिस्से में पहल क्यों है,
मेरी हिस्से में समझदारी क्यों है,
मेरे हिस्से में नाराजगी भी तुमसे ही
मेरे हिस्से में बातों का ज़रिया भी तू है,
मेरे किस्से के हर हिस्से में तू है,
क्यों है तुम पर जिम्मेदारी और मर्यादा का दायित्व,
क्यों नही है अधिकार तुम्हें अपने जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से को चुनने का,
क्यों तुम्हारा चुनाव हमेशा ग़लत ही लगता है,
क्यों नहीं दिया जाना चाहिए एक मौका तुम्हारे चुनाव को,
क्यों प्राथमिकता दे दी जाती है समाज को बजाय तुम्हारे,
ऐसा बोलती रहूं तो बस यह मेरा हिस्सा ही  है !


क्यों है तुम्हारे हिस्से में जिम्मेदारी सा एहसास,
क्यों है तुम्हारे हिस्से में लोगों के साथ मेरी प्राथमिकता,
क्यों है तुम्हारे हिस्से में मेरे सम्मान की प्राथमिकता,
क्यों  है तुम्हारे हिस्से हर बात की जिम्मेदारी रखना
और अपने को बस कठोर बनाए रखना,
क्यों है तुम्हारे हिस्से जिम्मेदारी के बदले नाराजगी और रूखा सा व्यवहार,
क्यों है सिर्फ तुझ पर सारे समाज की  कहीं अनकही जिम्मेदारी का बोझ,
क्यों ढाला गया है तुझे कठोर साँचे में,
नहीं हो तुम कठोर,
क्यों नही स्वीकार की जाती है तुम्हारे चुनाव को उसी अधिकार से जैसे कोई और चुना जाता है उनके द्वारा,
क्यों नहीं समझने की कोशिश की जाती है,
तुम हो पात्र बस प्यार,सम्मान और कद्र के
अगर तुम सच में ऐसे हो!

क्यों नही समझने ,स्वीकारने ,मौका देने की कोशिश  की जाती है?यथार्थ!

आखिर क्यों

    In this modern era,my emotional part is like old school girl... My professionalism is like .. fearless behavior,boldness and decisions ...